Merchant Banking in Hindi की इस पोस्ट को आप अगर पूरा पढोगे तो आपको सारी जानकारी आसानी से समझ में अजाएगी| मर्चेंट बैंकिंग फाइनेंसियल सेवाओं (सर्विसेज) का एक बहुत बड़ा क्षेत्र है, जिसके अन्दर अलग अलग ब्रांचेज (शाखाएँ) होती है| इसी फाइनेंसियल सर्विसेज का एक सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा मर्चेंट बैंकिंग के नाम से जाना जाता है|
मर्चेंट बैंकिंग फाइनेंसियल संस्थानों(आर्गेनाईजेशन) और व्यापारिक इंटरप्राइजेज के बिच संचालन की व्यवस्था को ensure (सुनिश्चित) करने में बहुत ही अहम् रोल निभाते हैं|
यानी ये कह सकते हैं की यह एक ऐसी सेवा है जो विभिन्न इंटरप्राइजेज और फाइनेंसियल आर्गेनाईजेशन को विशेषज्ञ सलाह और सहायता उपलब्ध करवाती है, ताकि वे आने द्वारा शुरू किए गए प्रोजेक्ट्स को बिना किसी रुकावट के आसानी से पूरा कर सके|
What is Merchant Banking in Hindi?
Merchant Banks International (अन्तर्राष्ट्रीय) व्यापार के एक्सपर्ट होते हैं, जो उनको बड़े corporation और industries को ऑपरेट करने में एक्सपर्ट बनाता है| इस बैंकिंग के माध्यम से देश के अंदर multinational business और व्यापारिक संस्थाओं को लोन प्रदान करती है जो देश की वित्तीय पॉवर को बढ़ाने में हेल्प करती है| मर्चेंट बैंकिंग के अपने क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के काम होते हैं
- फाइनेंसियल सलाह: देश के विभिन्न प्रकार के आर्गेनाईजेशन और संस्थाओं को फाइनेंसियल एडवाइस प्रदान करता है और उन्हें बताता है के आपको कौनसी जगह पर निवेश करना चाहिए|
- निवेश बैंकिंग: जब कोई संस्था या उद्यम अपनी पूंजी को निवेश करने की सोचा रहा होता है, तो ऐसी स्थिति में मर्चेंट बैंकिंग सही जगह पर निवेश करने की सलाह प्रदान करता है|
- उद्यम विकास: विभिन्न प्रकार के उद्यम को उनके बिज़नस को बढ़ाने में और उनके development में विशेष सहायता प्रदान करता है|
- फाइनेंसियल मैनेजमेंट: आर्गेनाईजेशन को फाइनेंसियल मैनेजमेंट की दिशा में सलाह देता है और उनकी फाइनेंसियल स्ट्रक्चर को सुधारने में सहायता करता है|
- मुद्रा वित्तीय सेवाएँ: मर्चेंट बैंकिंग इंटरप्राइजेज को विदेशी मुद्रा सन्देश और विशेषज्ञता की दिशा में सेवाएँ उपलब्ध कराता है|
इसीलिए यह बैंकिंग आज के दौर में फाइनेंसियल संस्थाओं के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला एक सबसे प्रमुख स्रोत बन गया जो फाइनेंसियल सर्विसेज प्रदान करता है|
मर्चेंट बैंकिंग द्वारा प्रदान की गई ये सेवाएँ उद्यमियों को उनकी फाइनेंसियल जरुरत के हिसाब से वित्तीय सलाह देने में मदद करती है जिसके कारण उनका बिज़नस अच्छी ग्रोथ के साथ चल सकता है|
Merchant Banking Work
आने मर्चेंट बैंकिंग के बारे में जान लिया के ये क्या है, अब इसके कुछ important कार्य को भी समझाना जरुरी है तो आइए जानते हैं इसके कार्य के बारे में|
पोर्टफोलियो मैनेजमेंट
मर्चेंट बैंकिंग निवेश करने वाले व्यक्तिओं को निवेश करने की सही जानकारी प्रदान करती है और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट की सहायता उपलब्ध करवाती है|
मनी मैनेजमेंट
इसका दूसरा कार्य यह भी है के ये Merchant Bank Securities को purchase करके डोमेस्टिक और इंटरनेशनल मार्केट से धन जुटाने में कस्टमर की सहायता प्रदान करती है|
लोन सिंडीकेशन
लोन सिंडीकेशन के अंतर्गत मर्चेंट बैंकिंग आने कस्टमर्स के लिए बैंकों और दूसरी फाइनेंसियल आर्गेनाईजेशन से लोन की व्यवस्था करवाती है|
मर्चेंट बैंकिंग की सर्विसेज फाइनेंसियल संस्थाओं को उद्यमिता, investment और मनी मैनेजमेंट की दिशा में विशेष सहायता उपलब्ध कराती है| यह स्टार्टअप से लेकर बड़ी कंपनियों तक सभी उद्यमियों के खातिर बहुत ही इम्पोर्टेन्ट हैं|
मर्चेंट बैंकिंग की सेवाएँ सरकारी और गैर-सरकारी दोनों तरह की संस्थानों के लिए उपलब्ध है, ताकि वे अपनी फाइनेंसियल प्लानिंग को सही तरीके से संचालन कर सके|
निष्कर्ष
उम्मीद है आज का ये लेख “Merchant Banking in Hindi“ आपको अच्छे से समझ अगया होगा और मर्चेंट बैंकिंग के बारे में आपके सारे सवालों का जवाब मिल गया होगा|
अगर पोस्ट से related आपके मन में कोई सवाल है तो आप नीचे comment करके हमसे पूछ सकते हैं, और ऐसी ही नई नई अपडेट के लिए हमारे अकाउंट को फॉलो करके सबसे पहले लाभ उठा सकते हैं|
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल -FAQs
आप मर्चेंट बैंकर कैसे बनते हैं?
मर्चेंट बैंकर बनने के लिए आपको हार्ड मेहनत करनी होगी, इसके साथ ही आपको सीए, सीएस या फिर एमबीए का होना जरुरी है तभी आप एक मर्चेंट बैंकर बन सकते हो, इसके साथ ही कड़ी मेहनत भी बहुत जरुरी है|
मर्चेंट बैंकिंग प्राइवेट इक्विटी क्या है?
मर्चेंट बैंकिंग का सबसे पहला काम ही कंपनियों को उनकी निजी इक्विटी (खुदके स्वामित्व के बदले निवेश) के तौर पर पैसा देना ही है और साथ ही merchant bank को benefits का हिस्सा भी हासिल होता है|
भारत का पहला मर्चेंट बैंक कौन है?
भारत का पहला मर्चेंट बैंक 1973 में भारतीय स्टेट बैंक बना था इसके बाद आईसीआईसीआई ने मर्चेंट बैंकिंग को फॉलो किया था|